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Friday, February 11, 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 39)

(१) ज़िन्दगी में कुछ न मिला तो क्या गम हैं !
आप जैसा दोस्त पाया, ये क्या कम हैं !!
एक छोटी सी जगह पाई आपके दिल में !
ये जगह क्या किसी "ताजमहल" से कम हैं !!


(२) दिल को धड़कना आपने सिखाया !
आँखों को रुलाना आपने सिखाया !!
कैसे करे बेवफाई आपसे ?!
प्यार करना भी तो आपने सिखाया !!


(३) कोई कुछ न कहे तो पता क्या हैं !
इस बेचैन खामोशी की वजह क्या हैं !!
हर कोई छोर जाता हैं तनहा हमें !
कोई ये तो बताये की मेरी ख़ता क्या हैं !!


(४) नज़रों से नज़रे मिला कर चल दिये !
वो हुस्न-ई-नूर से जाम पिला कर चल दिये !!
पूछा जो हमने चाँद निकलता हैं कैसे ?!
वो चेहरे से झुल्फे हटा कर चल दिये !!


(५) उनका मिलना भी एक खुबशुरत कहानी हैं !
उनका प्यार पाना ही जिंदगानी हैं !!
मुश्कुराहत भी उन्ही के दम से थी !
आज ये दर्द भी जानेमन की मेहरबानी हैं !!

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