Mahatma Gandhi Jayanti Essay in Hindi : Read Best Collection Of Hindi Essay On Mahatma Gandhi Jayanti 2018 For Students And Teacher.
Best Essay On Mahatma Gandhi Gandhi in Hindi
1. Essay on gandhi jayanti for school in hindi (400 शब्द)
गाँधी जयंती एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है जो राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि देने के लिये हर वर्ष मनाया जाता है। पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रुप में भी इसे मनाया जाता है। 15 जून 2007 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रुप में गाँधी जयंती को घोषित किया गया है। मोहनदास करमचन्द गाँधी (2 अक्टूबर 1869 में जन्म) के जन्म दिवस को याद करने के लिये पूरे देश में गाँधी जयंती को राष्ट्रीय अवकाश के रुप में मनाया जाता है। उनके भारतीय स्वतंत्रता के लिये किये गये अहिंसा आंदोलन से आज भी देश के राजनीतिक नेताओं के साथ-साथ देशी तथा विदेशी युवा नेता भी प्रभावित होते है।
पूरे विश्व में बापू के दर्शन, अहिंसा में भरोसा, सिद्धांत आदि को फैलाने के लिये अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रुप में गाँधी जयंती को मनाने का लक्ष्य है। विश्वभर में लोगों की जागरुकता बढ़ाने के लिये उचित क्रियाकलापों पर आधारित विषय-वस्तु के द्वारा इसे मनाया जाता है। भारतीय स्वतंत्रता में उनके योगदानों और महात्मा गाँधी के यादगार जीवन को समाहित करता है गाँधी जयंती। इनका जन्म एक छोटे से तटीय शहर (पोरबंदर, गुजरात) में हुआ था, इन्होंने अपना पूरा जीवन देश के लिये समर्पित कर दिया जो आज के आधुनिक युग में भी लोगों को प्रभावित करता है।
इन्होंने स्वराज्य प्राप्ति, समाज से अस्पृश्यता को हटाने, दूसरी सामाजिक बुराईयों को मिटाने, किसानों के आर्थिक स्थिति को सुधारने में, महिला सशक्तिकरण आदि के लिये बहुत ही महान कार्य किये है। ब्रिटिश शासन से आजादी प्राप्ति में भारतीय लोगों की मदद के लिये इनके द्वारा 1920 में असहयोग आंदोलन, 1930 में दांडी मार्च या नमक सत्याग्रह और 1942 में भारत छोड़ो आदि आंदोलन चलाये गये। अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिये उनका भारत छोड़ो आंदोलन एक आदेश स्वरुप था। हर वर्ष पूरे देश में विद्यार्थी, शिक्षक, सरकारी अधिकारियों आदि के द्वारा गाँधी जयंती को बहुत ही नये तरीके से मनाया जाता है। सरकारी अधिकारियों के द्वारा नई दिल्ली के राजाघाट पर गाँधी प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर, उनका पसंदीदा भक्ति गीत “रघुपति राघव राजा राम” गाकर तथा दूसरे रीति संबंधी क्रियाकलापों के साथ इसे मनाया जाता है।
यह हर साल स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थान, सरकारी तथा गैर-सरकारी संस्थाओं आदि में मनाया जाने वाला देश के 3 राष्ट्रीय अवकाशों(स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस बाकी के दो) में से एक है। भारत के इस महान नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय, बैंक आदि बंद रहते है। गाँधी जयंती मनाने के द्वारा हमलोग बापू और उनके महान कार्यों को याद करते हैं। विद्यार्थियों को महात्मा गाँधी के जीवन और उनके कार्यों से संबंधित बहुत सारे कार्य दिये जाते हैं जैसे कविता या भाषण पाठ, नाट्य मंचन करना, निबंध लेखन, नारा लेखन, समूह चर्चा आदि।
2. Gandhi jayanti in hindi wikipedia (300 शब्द)
तीसरे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्यक्रम के रुप में हर साल गाँधी जयंती को मनाया जाता है। महात्मा गाँधी जन्म दिवस पर को उनको श्रद्धांजलि देने के लिये पूरे देश के भारतीय लोगों द्वारा 2 अक्टूबर को इसे मनाया जाता है। गाँधी देश के राष्ट्रपिता तथा बापू के रुप में प्रसिद्ध है। वो एक देशभक्त नेता थे और अहिंसा के पथ पर चलते हुए पूरे देश का भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में नेतृत्व किया। उनके अनुसार, ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता की लड़ाई जीतने के लिये अहिंसा और सच्चाई ही एकमात्र हथियार है। वह कई बार जेल भी गये हालाँकि देश को आजादी मिलने तक उन्होंने अपने अहिंसा आंदोलन को जारी रखा। वह हमेशा सामाजिक समानता में भरोसा रखते थे इसीलिये अस्पृश्यता के घोर खिलाफ थे।
सरकारी अधिकारियों द्वारा नई दिल्ली में गाँधीजी की समाधि या राजघाट पर बहुत तैयारियों के साथ गाँधी जयंती मनायी जाती है। राजघाट के समाधि स्थल को फूलों की माला तथा फूलों से सजाया जाता है तथा इस महान नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। समाधि पर सुबह के समय धार्मिक प्रार्थना भी रखी जाती है। इसे पूरे देशभर में स्कूल और कॉलेजों में विद्यार्थीयों के द्वारा खासतौर से राष्ट्रीय उत्सव के रुप में मनाया जाता है।
महात्मा गाँधी के जीवन और उनके कार्यों पर आधारित नाट्य ड्रामा, कविता व्याख्यान, गायन, भाषण, निबंध लेखन तथा दूसरी प्रतियोगिता में भाग लेना जैसे प्रश्न-उत्तर प्रतियोगिता, कला प्रतियोगिता आदि के द्वारा विद्यार्थी इस उत्सव को मनाते है। उनकी याद में विद्यार्थीयों के द्वारा गाँधी का सबसे प्रिय गीत “रघुपति राघव राजा राम” भी गाया जाता है। इस दिन सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्र को पुरस्कृत किया जाता है। वह बहुत सारे राजनीतिक नेताओं खासतौर से देश के युवाओं के लिये प्रेरणादायी और अनुकरणीय व्यक्ति है। दूसरे महान नेता जैसे मार्टिन लूथर किंग, नेल्सन मंडेला, जेम्स लॉसन आदि महात्मा गाँधी की अहिंसा और स्वतंत्रता की लड़ाई के लिये शांतिपूर्ण तरीकों से प्रेरित हुए।
3. Best Gandhi jayanti essay in hindi (250 शब्द)
मोहनदास करमचन्द गाँधी के जन्म दिवस को चिन्हित करने के लिये 2 अक्टूबर को हर वर्ष पूरे भारत में मनाये जाने वाला राष्ट्रीय अवकाश है गाँधी जयंती। वह भारत के राष्ट्रपिता तथा बापू के रुप में प्रसिद्ध है। ये उपाधि उन्हें आधिकारिक रुप से प्राप्त नहीं है क्योंकि किसी को भी राष्ट्र के पिता के रुप में स्थान देना भारत के संविधान में उल्लिखित नहीं है। 15 जून 2007 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रुप में महात्मा गाँधी के जन्म दिवस को घोषित किया गया। गाँधी जयंती पूरे भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रुप में जबकि पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रुप में को मनाया जाता है।
इस दिन पूरे देशभर में स्कूल और सरकारी कार्यालय बंद रहते हैं। इसे पूरे भारत के सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में मनाया जाता है। ये भारत (स्वत्रंता दिवस-15 अगस्त, गणतंत्र दिवस-26 जनवरी) के 3 में से एक राष्ट्रीय कार्यक्रम के रुप में मनाया जाता है। नई दिल्ली में गाँधी स्मारक (दाह संस्कार) पर राजघाट पर सरकारी अधिकारियों के द्वारा श्रद्धांजलि, प्रार्थना सेवा के रुप में जैसे कुछ महत्वपूर्णं गतिविधियों सहित इसे चिन्हित किया जाता है। दूसरे क्रियाकलाप जैसे प्रार्थना, सभा, स्मरणीय समारोह, नाट्य मंचन, भाषण व्याख्यान (अहिंसा के विषय-वस्तु पर, शांति की स्तुति करना तथा भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष में गाँधी के प्रयासों पर), निबंध लेखन, प्रश्न-उत्तर प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता, कविता पाठ आदि स्कूल, कॉलेज, स्थानीय सरकारी संस्थानों और सामाजिक-राजनीतिक संस्थानों में होते है। गाँधी जयंती के दिन किसी भी प्रतियोगिता में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी को सबसे श्रेष्ठ ईनाम दिया जाता है। सामान्यत: इस दिन उत्सव मनाने के दौरान गाँधी का सबसे प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम गाया जाता है।
4. Gandhi ji ka bhashan in hindi (200 शब्द)
पूरे भारतवर्ष में राष्ट्रीय कार्यक्रम के रुप में 2 अक्टूबर मनाया जाने वाला कार्यक्रम गाँधी जयंती महात्मा गाँधी का जन्म दिवस है। इसे भारत के राष्ट्रपिता मोहनदास करमचन्द गाँधी (बापू के नाम से प्रसिद्ध) को सम्मान देने के लिये राष्ट्रीय अवकाश के रुप में मनाया जाता है। 15 जून 2007 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा घोषित किये जाने के बाद इसे अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रुप में मनाया जाता है। गाँधी जी अहिंसा के उपासक थे और उन्होंने अपने पूरे जीवन भर इसके पथ पर चलते हुए देश की आजादी के लिये संघर्ष किया। आज बापू हमारे बीच में शांति और सच्चाई के प्रतीक के रुप में याद किये जाते है।
गाँधी जयंती एक राष्ट्रीय अवकाश है, इसलिये सभी स्कूल, कॉलेज, सरकारी और गैर-सरकारी कार्यालय पूरे दिन के लिये बंद रहते है। बापू ने हमारे सामने और आने वाली पीढ़ियों के समक्ष सादा जीवन और उच्च विचार का एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया है। वह हमेशा ध्रुम्रपान और मद्यपान के खिलाफ थे इसी वजह से सरकार द्वारा गाँधी जयंती के अवसर पर शराब की बिक्री पर पूरे दिन के लिये कठोरता से रोक लगाई जाती है। वो एक देशभक्त नेता थे जिन्होंने ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता के लिये अहिंसा आंदोलन की शुरुआत की। भारत की आजादी प्राप्ति में उनकी भूमिका अविस्मरणीय है। हर साल हम सभी गाँधी जयंती, उनके जन्म दिवस पर उनको और उनके कार्यों को याद करने के द्वारा गाँधी जी को दिल से श्रद्धांजलि देते है।
5. Gandhi jayanti essay in hindi wikipedia (150 शब्द)
गाँधी जयंती 3 राष्ट्रीय अवकाशों में से एक है (स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस)। भारत के राष्ट्रपिता अर्थात महात्मा गाँधी को श्रद्धाँजलि देने के लिये हर वर्ष 2 अक्टूबर को इसे मनाया जाता है। विशेष उत्सवों में से एक के रुप में इसे माना जाता है इसी वजह से 2 अक्टूबर को अपने देशभक्त नेता के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने के लिये भारतीय सरकार द्वारा शराब की बिक्री जैसे बुरे कार्यों पर सख्ती से रोक लगा दी जाती है। 2 अक्टूबर 1869 वह दिन था जब इस महान नेता ने जन्म लिया। ये भारत के सभी राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों में मनाया जाता है।
इस दिन को मनाने का एक बड़ा महत्व है; 15 जून 2007 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अहिंसा के अंतरराष्ट्रीय दिवस के रुप में 2 अक्टूबर को घोषित किया गया। इस राष्ट्रीय किंवदंती को सम्मान और याद करने के लिये गाँधी जयंती को मनाया जाता है, महात्मा गाँधी वह व्यक्ति थे जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिये अंग्रेजों के खिलाफ अपने पूरे जीवन भर संघर्ष किया।
6. गाँधी जयंती पर निबंध (100 शब्द)
गाँधी जयंती भारत के राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी का जन्म दिवस है। हर वर्ष 2 अक्टूबर को इसे पूरे भारतवर्ष में एक राष्ट्रीय उत्सव के रुप में मनाया जाता है। इसे बहुत सारे उद्देश्यपूर्णं क्रियाकलापों के द्वारा स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थान, सरकारी कार्यालय, समुदाय, समाज, तथा अन्य जगहों पर मनाया जाता है। भारतीय सरकार द्वारा 2 अक्टूबर को राष्ट्रीय अवकाश के रुप में घोषित किया गया है। इस दिन पूरे भारत में सरकारी कार्यालय, स्कूल, कॉलेज, बैंक आदि बंद रहते हैं तथा यह पूरे उत्साह और ढ़ेर सारी तैयारियों के साथ मनाया जाता है।
7. Short essay on gandhi jayanti in hindi
गाँधी जी महापुरुष थे । वह मानवता के संरक्षक थे । वे दीन-दुखियों के सहायक और अहिंसा के पुजारी थे । वे भारत की स्वतंत्रता का बिगुल फूँकनेवाले महान स्वतंत्रता सेनानी थे । वे दूसरों की पीड़ा समझने वाले महान संत थे । इस महापुरुष का जन्म 2 अक्यूबर, 1969 को गुजरात में हुआ था । इन्हीं का जन्मदिन हम लोग गाँधी जयन्ती के रूप में मनाते हैं ।
महापुरुषों का जन्म यदा-कदा ही होता है । उनका जन्मदिन विशेष महत्त्व रखता है । यह दिन लोगों को उनके व्यक्तित्व की विशेषताओं की याद दिला जाता है । इस दिन लोग उनको याद करते हैं और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं । दिल्ली स्थित राजघाट पर महात्मा गाँधी का समाधिस्थल है । गाँधी जयन्ती के दिन लोग यहाँ बड़ी संख्या में आते हैं । राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा अन्य नेतागण यहाँ उपस्थित होकर राष्ट्र की ओर से उन्हें नमन करते हैं । गाँधी जी के प्रिय भजनों का गायन होता है- “वैष्णव जन तो तेने कहिए जो पीर पराई जाने रे ।’’ यह भजन गाँधी जी को अत्यंत प्रिय था । वे राम में रहीम और रहीम में राम के दर्शन करते थे । भजन-संध्या में उनके इन्हीं विचारों को याद किया जाता है ।
गाँधी जयन्ती के उपलक्ष्य में देश भर में अवकाश रहता है । इस दिन लोग गाँधी जी के आदर्शों का स्मरण करते हैं । कुछ लोग चरखा चलाते हैं । कहीं खादी के वस्त्रों की तो कहीं हथकरघे के वस्त्रों की प्रदर्शनी लगती है । विद्यार्थी सामुदायिक कार्यक्रमों
। में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। इस दिन वृक्षारोपण के कार्यक्रम चलाए जाते हैं। कहीं
गाँधी के चिंतन और दर्शन पर व्याख्यान-मालाएँ होती हैं तो कहीं गृहउद्योगों द्वारा निर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी लगती है । अनेक स्थानों पर सर्वधर्म सम्मेलन होते हैं । रेडियो और टेलीविजन पर गाँधी जयंती से संबंधित विशेष कार्यक्रम होते हैं । कुछ लोग ब्लडबैंक जाकर रक्तदान करते हैं ।
गाँधी एक व्यक्ति का ही नहीं, पूरे जीवन दर्शन का नाम है । वे एक संस्था हैं तथा गाँधीवादी विचार रखनेवाले सभी लोग इसके सदस्य हैं । गाँधी जी का जन्म उन्नीसवीं सदी की एक महान घटना थी । वे बचपन से ही ईमानदार थे । सच को स्वीकार करने में तथा दृढ़संकल्पित होकर उसका पालन करने में उनकी गहरी आस्था थी । वे दैनिक जीवन में भी आदर्श के पक्षधर थे । वे श्रेष्ठ कर्म को ही सफलता की सीढ़ी मानते थे । सत्य और अहिंसा को वे जीवन का मूलमंत्र मानते थे । वे पूरी मानवता की भलाई चाहते थे । वे एक ऐसे रामराज्य को साकार रूप देना चाहते थे जिसमें किसी प्रकार का सामाजिक भेदभाव न हो । वे धर्म को व्यक्तित्व के विकास के लिए आवश्यक समझते थे परंतु धार्मिक आडंबर और कट्टरता से दूर रहते थे । गाँधी जयंती के दिन जनसमूह को उनके इन्हीं आदर्शों और मान्यताओं को जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए ।
महात्मा गाँधी की गिनती विश्व के महान नेताओं में होती है । उनके जन्मदिन 2 ओक्तूबर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी मान्यता दी गई है । यह दिन अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
सचमुच आज विश्व को गाँधी जी के जीवन-मूल्यों की आवश्यकता है । आज धार्मिक कट्टरता बढ़ रही है । कुछ लोग जेहाद के नाम पर घृणित कृत्यों को अंजाम दे रहे हैं । कहीं दंगे हो रहे हैं तो कहीं महिलाओं और बच्चों के साथ अत्याचार की घटनाएँ हो रही हैं । धर्म और संप्रदाय के नाम पर समाज में विष घोला जा रहा है । दुनिया में शस्त्रों ही होड़ चल रही है । आतंकवाद जीनव का अनिवार्य सत्य बन गया है । ऐसे में गाँधी और कबीर जैसे लोग बहुत याद आते हैं । इनके विचारों को फैलाकर ही दुनिया में शांति लाई जा सकती है ।
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