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Friday, February 16, 2018

5+ Best Independence Day Poems in Hindi | स्वतंत्रता दिवस पर कविता

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स्वतंत्रता दिवस पर देशभक्ति की कवितायें

1. Latest poems on independence day in hindi 


हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे,

आजादी का मतलब नहीं है समझते।

इस दिन पर स्कूल में तिरंगा है फहराते,

गाकर अपना राष्ट्रगान फिर हम,

तिरंगे का सम्मान है करते,



कुछ देशभक्ति की झांकियों से

दर्शकों को मोहित है करते

हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे,

आजादी का अर्थ सिर्फ यही है समझते।

वक्ता अपने भाषणों में,

न जाने क्या-क्या है कहते,

उनके अन्तिम शब्दों पर,

बस हम तो ताली है बजाते।

हम नन्हें-मुन्ने है बच्चे,




आजादी का अर्थ सिर्फ इतना ही है समझते।

विद्यालय में सभा की समाप्ति पर,

गुलदाना है बाँटा जाता,

भारत माता की जय के साथ,

स्कूल का अवकाश है हो जाता,

शिक्षकों का डाँट का डर,

इस दिन न हमको है सताता,

छुट्टी के बाद पतंगबाजी का,

लुफ्त बहुत ही है आता,

हम नन्हें-मुन्ने हैं बच्चे,

बस इतना ही है समझते,

आजादी के अवसर पर हम,

खुल कर बहुत ही मस्ती है करते।।



................................................भारत माता की जय।

2. Best indian independence day poems in hindi 


स्वतंत्रता दिवस का पावन अवसर है,

विजयी-विश्व का गान अमर है।

देश-हित सबसे पहले है,

बाकि सबका राग अलग है।

स्वतंत्रता दिवस का............................।




आजादी के पावन अवसर पर,

लाल किले पर तिरंगा फहराना है।

श्रद्धांजलि अर्पण कर अमर ज्योति पर,

देश के शहीदों को नमन करना है।

देश के उज्ज्वल भविष्य की खातिर,

अब बस आगे बढ़ना है।

पूरे विश्व में भारत की शक्ति का,

नया परचम फहराना है।

अपने स्वार्थ को पीछे छोड़ककर,

राष्ट्रहित के लिए लड़ना है।

बात करे जो भेदभाव की,

उसको सबक सिखाना है।

स्वतंत्रता दिवस का पावन अवसर है,

विजयी विश्व का गान अमर है।

देश हित सबसे पहले है,

बाकी सबका राग अलग है।।

..............................जय हिन्द जय भारत।

3. Desh bhakti poems in hindi by rabindranath tagore 


15 अगस्त का दिन है आया,

लाल किले पर तिरंगा है फहराना,

ये शुभ दिन है हम भारतीयों के जीवन का,

सन् 1947 में इस दिन के महान अवसर पर,

वतन हमारा आजाद हुआ था,

न जाने कितने अमर देशभक्त शहीदों के बलिदानों पर,

न जाने कितने वीरों की कुर्बानियों के बाद,
हमने आजादी को पाया था,

भारत माता की आजादी की खातिर,

वीरों ने अपना सर्वश लुटाया था,

उनके बलिदानों की खातिर ही,

दिलानी है भारत को नई पहचान अब,

विकास की राह पर कदमों को,

बस अब यूं-ही बढ़ाते हैं जाना,

खुद को बनाकर एक विकसित राष्ट्र,

एक नया इतिहास है बनाना,
जाति-पाति, ऊँच-नीच के भेदभाव को है मिटाना,

हर भारतवासी को अब अखंडता का पाठ है सिखाना,

वीर शहीदों की कुर्बानियों को अब व्यर्थ नहीं है गवाना,

राष्ट्र का बनाकर उज्ज्वल भविष्य अब,

भारतीयों को आजादी अर्थ है समझाना।।

.........................................जय हिन्द, जय भारत।

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4. Great poems in hindi language on desh bhakti 


15 अगस्त 1947 को हो गए थे आजाद हम,

आजादी के 69 साल बाद भी क्या,

समझ पाए आजादी का मतलब हम,

पहले ब्रिटिश शासन के तहत,

जकड़े थे गुलामी के बेड़ियों में,

आज संविधान लागू होने के बाद भी,

जाति-पाति के कारण हो गए हैं,

Swatantrata Diwas Shayari in Hindi | स्वतंत्रता दिवस पर शायरी

अपने ही देश में गुलाम हम,

पहले रंग-भेद के जरिए गोरों ने हमको बाँटा था,

आज हमारे अपनो ने ही,

बाँट दिए जातिवाद और धर्मवाद के नाम पर हम,

जो भारत पहचान था कभी,

एकता, अखण्डता और विविधता का,

वो भारत ही झेल रहा है दंश अब आन्तरिक खंडता का,

बाँधा था जिन महान देशभक्त नेताओं ने,

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अपने बलिदानों से एकता के सूत्र में हमें,

अपने ही कर्मों से अब उनकी आत्माओं को,

दे रहे हैं लगातार त्राश हम,

जातिवाद, आरक्षण और धर्मवाद ने,

बुद्धि हमारी को भ्रमाया है,

राजनेताओं ने अपने हित की खातिर,

हमको आपस में लड़वाया है,

बहुत हुआ सर्वनाश अपना,

कुछ तो खुद को समझाओं अब,

देश पर हुए शहीदों की खातिर,

समझो आजादी का मतलब अब।।

जय हिन्द, जय भारत।

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5. Swatantrata diwas poems in hindi language  


जन-गण-मन की धुन को सुन कर, हुए झंकृत मन वीणा के तार 
बधाई आजादी के दिवस की, भारत मां सजी सोलह श्रंगार 

देखूं जब-जब लहराता तिरंगा,गुमान देश पर होता है 
लिया जन्म जहां शूरवीरों ने ,सिर नतमस्तक हो जाता है 

क्या इंसान थे,किस मिट्टी के थे वो,क्या उन्हें जीवन से प्यार न था 
उनकी भी कुछ इच्छाएं होंगी, क्या उनका कोई परिवार न था 

समझा सब कुछ देश को अपने, जंग तभी तो जीत गए 
दो सौ वर्ष की गुलामी छूटी ,अंग्रेजों के दिन बीत गए  

उनके इस बलिदान को  क्या व्यर्थ यूंही जाने देंगे 
क्यूं न हम ये कसम उठाएं,आंच देश पर न आने देंगे

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बच्चा-बच्चा बन जाए सैनिक,गर बुरी नजर दुश्मन डाले 
हस्ती उसकी मिलाएं खाक में, करे कभी जो हमला वे 

भाईचारा रखें परस्पर, अमन चैन का नारा हो 
सद्भावना, शांति रखें दिलों में, जाति, धर्म का न बंटवारा हो 

बनें पहिए प्रगति के रथ के,सबसे आगे बढ़ते जाएं
कर दें रौशन नाम जहां में, देश का अपने मान बढ़ाएं

आजादी की वर्षगांठ की ,छटा निराली बढ़ती जाए 
खुशहाली के फूल हों बिखरे,खुश्बू से चमन महकाएं 

     आओ आज़ादी दिवस मनाएं 

6. देश भक्ति की कविता for independence day


आजादी के इस पावन अवसर पर

आइए सुनते हैं इनकी फरियाद

चीख-चीखकर ये भी कह रहे हैं

आखिर हम हैं कितने आजाद

पहली बारी उस मासूम लड़के की

जो भुखमरी से ग्रस्त होकर

न जाने हररोज कितने अपराध कर ड़ालता है
दूसरी बारी उस अबला नारी की

जो आए दिन दहेज़ के लोभियों द्वारा

सरेआम दहन कर दी जाती है

तीसरी बारी उस बच्चे की

जो शिक्षा के अधिकार से वंचित

अज्ञानता के गर्त में गिरा दिया जाता है

चौथी बारी उस बुजुर्ग की

जो अपने ही घर से वंचित होकर

वृद्धा आश्रम में धकेल दिया जाता है
पाँचवीं बारी उस मजदूर की

जो ठेकेदार की तानाशाही से

ताउम्र गरीबी झेलता है

छठी बारी उस जनता की

जो नेताओं की दादागिरी के कारण

मँहगाई की मार सहती है

तो आओ,हम सब इनकी फरियाद सुनकर

एक मुहिम चलाएँ

सही मायनों में आजादी का अधिकार

इन्हें दिलाएं
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