(१) सोचा था न होंगे जिंदगी में रुसवा !
पर प्यार की रुसवाई तबाह कर गई !!
गए थे महफिल में गम बुलाने के लिए !
वहा भी तन्हाई अपनी फर्ज अदा कर गई !!
(२) रात - दिन रुलाता हैं इंतज़ार तेरा !
कभी कम न हो प्यार तेरा....!!
अब तो आजाओ की बहुत उदास हैं दिल !
सांसो की तरह लाज़मी हैं दीदार तेरा !!
(३) रब ने इश्क का रिश्ता बना दिया !
किसी को दुस्मन किसी को कातिल बना दिया !!
डूब न जाए कोई इश्क के दरिया में...!
इसी लिए आप जैसे लोगों को साहिल बना दिया !!
(४) बेताब सा रहते हैं तेरी याद में अक्सर !
रात भर नहीं सोते हैं तेरी याद में अक्सर !!
जिस्म में दर्द का बहाना बना के.....!
हम टूट के रोते हैं तेरी याद में अक्सर !!
(५) जब आप का नाम जुबान पर आता हैं !
पता नहीं दिल क्यों बेकरार हो जाता हैं !!
तसली हैं दिल को आप सिर्फ मेरे हो !
फिर बेकरार दिल को करार आ जाता हैं !!
Friday, June 3, 2011
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