Breaking

Thursday, May 19, 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 109)

(१) आपको पाने की ख्वाइश जीने से ज्यादा !
आपको खोने का डर मरने से ज्यादा...!!
आपसे बिछरने का दर्द हर दर्द से ज्यादा !
क्योकि हम आपको चाहते हैं खुद से ज्यादा !!

(२) अब आ भी जाओ की जिंदगी कम हैं !
तुम नहीं तो हर ख़ुशी कम हैं....!!
तेरे ही दम से तो मुकमल हूँ मैं !
तू जो नहीं तो बस गम ही गम हैं !!

(३) मोहब्बत जिनको हो गयी हो किसी से !
वो किसी का नाम कब सोचते हैं.....!!
जो चलते हैं तलवार की धार पे !
वो मोहब्बत का अंजाम कब सोचते हैं !!

(४) तेरे इंतज़ार का ये आलम हैं !
तरपता हैं दिल आँखें भी नम हैं !!
तेरे आरजू में जी रहा हैं जितू...!
वर्ना जीने की ख्वाइश भी अब बहुत कम हैं !!

(५) फूल दो बार नहीं खिलते !
जन्म दो बार नहीं मिलते !!
मिलने को मिल जाते हैं हजारों मगर !
दिल से चाहने वाला बार - बार नहीं मिलते !!

No comments:

Post a Comment