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Friday, May 13, 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 101)

(१) जब कुछ सपने अधूरे रह जाते हैं !
तब दिल के दर्द आंसू बन के बह जाते हैं !!
जो कहते हैं की हम सिर्फ आपके हैं....!
पता नहीं वो कैसे अलविदा कह जाते हैं !!

(२) जिंदगी फैली हैं चारो और !
पर क्यों मुझे नज़र नहीं आती !!
लोग कहते हैं हम तेरे दोस्त हैं !
पर क्यों दोस्ती नज़र नहीं आती !!

(३) मेरे दिल में एक धड़कन तेरी हैं !
उस धड़कन की कसम तू नन्ही जान मेरी हैं !!
मेरी साँसों में एक साँस तेरी हैं....!
वो साँस रुक जाए तो मौत मेरी हैं !!

(४) बेवक्त दस्तक देते हैं हम !
शिकायत करने का पूरा हक़ देते हैं हम !!
नफरत भी उनकी ख़ुशी से कबूल करते हैं हम !
जिन्हें दिल से अपना दोस्त कहते हैं हम !!

(५) जब आपका नाम जुबान पर आता हैं !
पता नहीं दिल क्यों बेकरार हो जाता हैं !!
तसल्ली हैं दिल को आप सिर्फ मेरे हो !
फिर बेकरार दिल को करार आ जाता हैं !!

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