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Monday, February 14, 2011

Hindi Shayari - हिंदी शायरी - (भाग - 41)

(१) प्यार शब्दों का मोहताज़ नहीं होता !
दिल में हर किसी का राज़ नहीं होता !!
क्यों इंतजार करते हैं सब वेलनटाइन्स डे का ?!
क्या साल का हर दिन प्यार का हकदार नहीं होता ?!!


(२) दिल के करीब हो जितने, उतने ही रहना !
हम मर भी जाए तो, दोस्त हमें ही कहना !!
कुछ खाश हो आप मेरे लिए .....!
बस मेरी जगह किसी और को मत देना !!


(३) देते हो क्या दर्द बस हम्ही को !
क्या समझोगे तुम इन आँखों के नमी को !
यूँ तो होंगे लाखो दीवाने इस चाँद के !
चाँद क्या महसूस करेगा एक तारे की कमी को !!


(४) वो रात दर्द और सितम की रात होगी !
जिस रात रुक्सत उनकी बरात होगी !!
ये सोच नींद से उठ जाते हैं अक्शर !
की एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायानत होगी !!


(५) आपकी हर खता मंजूर हैं !
आपका हर शिकवा कबूल हैं !!
नहीं जानते क्या रिश्ता हैं आपसे मेरा !
पर जो भी हैं वो मुझे तहे दिल से कबूल हैं !!

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