हमसे मत पूछो कि क्यों आँखें झुका ली मैंनेतेरी तस्वीर थी जो तुझसे छुपा ली मैंने,उसपे लिखा था कि तेरी महोब्बत मेरे मुक़द्दर में नहींयही सोच कर अपने माथे की वह लक्रीर मिटा ली मैंने.
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